बांग्लादेश में एलन मस्क लाएंगे Starlink? मुहम्मद यूनुस के साथ की मीटिंग, जानें क्या हुई बात
एलन मस्क

Bangladesh News : मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने अरबपति एलन मस्क से अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिक को बांग्लादेश में लाने का प्रस्ताव दिया है.
Bangladesh News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रो. मोहम्मद यूनुस ने टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क और उनकी टीम के साथ वर्चुअल मीटिंग की है. मुख्य सलाहकार प्रो. यूनुस चाहते हैं कि मस्क बांग्लादेश में स्टारलिंक उपग्रह इंटरनेट की सेवा शुरू करें.
उनके इस प्रस्ताव को ट्रंप प्रशासन से कूटनीतिक समर्थन प्राप्त करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है. ट्रंप प्रशासन कई मौके पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की आलोचना कर चुका है. इसके अलावा ट्रंप ने भी अपने चुनाव प्रचार के दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया था.
बांग्लादेशी सरकार ने जारी किया बयान
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, यूनुस के मीडिया कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि बैठक में दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि यह सेवा बांग्लादेश के उद्यमी युवाओं, ग्रामीण और कमजोर महिलाओं और दूरदराज के समुदायों के लिए नए अवसर पैदा करेगी. यूनुस द्वारा दिए गए निमंत्रण के बाद एलन मस्क ने बांग्लादेश की यात्रा के बारे में भी उत्साह व्यक्त किया है.
मुख्य सलाहकार प्रो. यूनुस ने भी सोशल मीडिया पर इस मीटिंग को लाकर उत्साह दिखाया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफोर्म एक्स पर लिखा, “एलन मस्क के साथ मीटिंग शानदार रही. हम एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं. उम्मीद है कि हम उनके साथ मिलकर जल्द ही बांग्लादेश में स्टारलिंक लॉन्च करेंगे.
एलन मस्क ने जताया उत्साह
यूनुस के मीडिया कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “मस्क ने बताया कि वह इस यात्रा के लिए उत्सुक हैं, हालांकि उन्होंने अभी तक इस बैठक के बारे में कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है.”
मस्क और यूनुस के बीच बातचीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मस्क की बैठक के समय हुई. पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर वाशिंगटन में थे.
भारत-बांग्लादेश के बीच रिश्ते नहीं हैं ठीक
बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद से भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते ठीक नहीं है. वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस समय भारत में शरण ले रखी है.बांग्लादेश उनके प्रत्यर्पण के लिए दबाव बना रहा है. इसके अलावा भारत भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुका है.